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विशिष्टअश्वगंधा.के.फायदे.नुकसान.व.सेवन.की.विधि.पोस्ट 3

अश्वगंधाकेफायदेनुकसानवसेवनकीविधि

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Ayurved और आधुनिक विज्ञान द्वारा समर्थित अश्वगंधा अश्वगंधा प्रतिरक्षा कारकों में सुधार करने और श्वेत रक्त कोशिका सक्रियण के स्तर, विशेष रूप से नेचुरल किलर (एनके) सेल्स, जो वायरस संक्रमित कोशिकाओं को बेअसर करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है और संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करके प्रतिरक्षा को बढ़ाता है Ayurved और आधुनिक विज्ञान द्वारा समर्थित अश्वगंधा अश्वगंधा प्रतिरक्षा कारकों में सुधार करने और श्वेत रक्त कोशिका सक्रियण के स्तर, विशेष रूप से नेचुरल किलर (एनके) सेल्स, जो वायरस संक्रमित कोशिकाओं को बेअसर करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है और संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करके प्रतिरक्षा को बढ़ाता है सभी जड़ी बूटियों में से अश्वगंधा सबसे अधिक प्रसिद्ध जड़ी बूटी मानी जाती है। भारत में पांरपरिक रूप से अश्वगंधा का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार के लिए किया जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार तनाव और चिंता के लक्षणों को दूर करने के लिए अश्वगंधा सबसे अधिक फायदेमंद साबित होता है। बाजारों में आसानी से अश्वगंधा की दवा, चूर्ण व कैप्सूल आदि मिल जाते है। अश्वगंधा में बहुत तरह के औषधीय गुण होते है। जो ...

what.is.Dabetes.से.सदाकेलिएशूगर.से.मुक्ति.कैसे.पाए.

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मधुमेह में रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है। डायबिटीज वह है जो हमें अनुवांशिक तौर पर होती है। यानी जब किसी के परिवार में मम्मी-पापा, दादी-दादा में से किसी को शुगर की बीमारी रही हो तो ऐसे व्यक्ति में इस बीमारी की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। मधुमेह = -一 शहर में रोoगी।इसके लिए खान-पान पर नियंत्रण का अभाव मधुमेह के रोगी को हमेशा सिरदर्द, थकान जैसी समस्या रहतीमधुमेह में रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जातीhai हालांकि, इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है।लेकिन जीवनशैली meबदलाव, शिक्षा और खान-पान में सुधार से इस बीमारी पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को वंशानुगत कारणों से डायबिटीज होती है तो इसे टाइप-1 डायबिटीज कहा जाता है। जबकि कुछ लोगों में गलत लाइफस्टाइल और खान-पान के कारण यह बीमारी घर कर जाती है। इस स्थिति को टाइप-2 डायबिटीज कहते हैं। डायबिटीज, क्या हैं इसके प्रारंभिक मधुमेह समझने से पहले, हमें ये समझना होगा कि इन्सुलिन के अभाव में कैसे हमारा शरीर कार्य करता है या हमारे शरीर में ग्लूकोज़ का चयापचय कैसे होता है। कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा देने वाल...

Almond propertie and Ayurvedic Tretment

Almond properties and Ayurvedic treatment 4 Introduction Almond trees are found more in mountainous areas. Its stems are thick. Its leaves are long, broad and soft. The meat inside its fruit is called almond. Almond trees are found in abundance in countries like Iran, Iraq, Saudi Arabia, etc. in Asia. Its trees are found in Jammu and Kashmir in our country. Its tree is very big. There are two species of almonds, one bitter and the other sweet. Almonds are nutritious. Almond oil is also extracted. We should not use bitter almonds because it is harmful for the body. Property Almond is hot, smooth, semen enhancer and vata destroyer. Sweet-soaked almonds are semen-enhancing and eliminate pitta and vata and increase phlegm. Its use is harmful for the patients of hepatitis. Harmful effects There is a type of poison in bitter almonds, so it is necessary to take care that it is not used in food. Additionally, almond consumption is not beneficial for people suffering from blood disorders...

Health care tips Introduction food

health y for our bod It is more  necessary for the existence of life than it is necessary to maintain.  It generates energy and heat in the body.  Modern medical science has long been engaged in discoveries related to food.  Every country of the world and its different castes and sub-castes also have different types of food.  If seen from a practical point of view, only two types of food are common in the whole world, vegetarian and non-vegetarian.  However, the number of non-vegetarians is the highest in the whole world.   Medical scientists $ of America and many other powerful countries have accepted the food theory of Indian Ayurvedic system of medicine with a unanimous opinion that non-vegetarian food is not the natural food of man.  Vegetarians live longer and healthier lives than non-vegetarians.  The following main elements are present in the food which is prevalent at present-  Protein.  Carbohydrates.  fat  V...

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        परिचय भोजन   हमारे  शरीर  को  रखने के लिए जितना जरूरी होता है उससे कहीं अधिक यह जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए जरूरी होता है। यह शरीर में शक्ति और ऊष्णता पैदा करता है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान लम्बे समय से भोजन से संबंधित खोजों में लगा हुआ है। संसार के प्रत्येक देशों और वहां की भिन्न-भिन्न जातियों, उपजातियों का भोजन भी अलग-अलग प्रकार का होता है। यदि व्यवहारिक दृष्टि से देखा जाए तो भोजन पूरे संसार में केवल दो प्रकार का ही सर्वमान्य है शाकाहारी एवं मांसाहारी। हालांकि पूरे संसार में मांसाहार करनेवालों की संख्या सबसे अधिक है। अमेरिका और अन्य कई शक्ति सम्पंन देशों के चिकित्सा वैज्ञानिकों ने भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के भोजन सम्बंधी सिद्धांत को एक मत से स्वीकार करते हुए कहा है कि मांसाहार मनुष्य का स्वाभाविक भोजन नहीं है। मांसाहारियों की अपेक्षा शाकाहारी मनुष्य लंबी और निरोगी आयु जीते हैं। वर्तमान में जो भोजन प्रचलित है उसमें निम्न मुख्य तत्व विद्यमान रहते हैं- प्रोटीन। कार्बोहाइड्रेट्स। वसा विटामिन B1-B6-B12-vitamin-c

Health care tips

 मधुम           बदलता परिवेश और रहन-सहन शहर में मधुमेह के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा कर रहा है। खान-पान पर नियंत्रण न होना भी इसके लिए जिम्मेदार है। डायबिटीज के मरीज को सिरदर्द, थकान जैसी समस्याएं हमेशा बनी रहती हैं। मधुमेह में खून में शुगर की मात्रा बढ जाती है। वैसे इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। परंतु जीवनशैली में बदलाव, शिक्षा तथा खान-पान की आदतों में सुधार द्वारा रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह लक्षण :- - 1 -  बार-बार पेशाब आना। 2-बहुत ज्यादा प्यास लगना। 3- बहुत पानी पीने के बाद भी गला सूखना। 4- खाना खाने के बाद भी बहुत भूख लगना। 5. मितली होना और कभी-कभी उल्टी होना। 6. हाथ-पैर में अकड़न और शरीर में झंझनाहट होना। 7. हर समय कमजोरी और थकान की शिकायत होना। 8. आंखों से धुंधलापन होना। 9. त्वचा या मूत्रमार्ग में संक्रमण। 10. त्वचा में रूखापन आना। 11. चिड़चिड़ापन। 12. सिरदर्द। 13. शरीर का तापमान कम होना। 14. मांसपेशियों में दर्द। 15. वजन में कमी होना। यहाँ मधुमेह को नियंत्रण करने के कुछ आसन से घरेलू उपाय:---- *तुलसी के पत्तों में ऐ...

HEADACHE

The Latin word in vertigo means a serpentine or spinning movement, and the term as if the whole world is spinning, even though patients remain completely stalled makes the assumption that the medical sag to describe the vestibular system Used by the community. This sensation creates an equilibrium problem in horse or rotation patients. Some people who do not understand this medical condition describe their balance as a feeling of lightheaded, dizzy problem or dizziness that causes an unstable sensation. Vertigo or feeling of imbalance and imbalance is due to problems in the inner ear. Depending on the type and severity of vertigo, patients suffer from many problems such as nausea, vomiting, balance disorders, horizontal optokinetic categorical and other subjective complications. Motion sickness is the most common problem that is caused by vertigo, because patients feel the feeling of always moving or spinning motion. Motion sickness is a very common problem, and many people experience ...