अश्वगंधाकेफायदेनुकसानवसेवनकीविधि
Ayurved और आधुनिक विज्ञान द्वारा समर्थित
अश्वगंधा
अश्वगंधा प्रतिरक्षा कारकों में सुधार करने और श्वेत रक्त कोशिका सक्रियण के स्तर, विशेष रूप से नेचुरल किलर (एनके) सेल्स, जो वायरस संक्रमित कोशिकाओं को बेअसर करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है और संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करके प्रतिरक्षा को बढ़ाता है Ayurved और आधुनिक विज्ञान द्वारा समर्थित
अश्वगंधा
अश्वगंधा प्रतिरक्षा कारकों में सुधार करने और श्वेत रक्त कोशिका सक्रियण के स्तर, विशेष रूप से नेचुरल किलर (एनके) सेल्स, जो वायरस संक्रमित कोशिकाओं को बेअसर करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है और संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करके प्रतिरक्षा को बढ़ाता है
सभी जड़ी बूटियों में से अश्वगंधा सबसे अधिक प्रसिद्ध जड़ी बूटी मानी जाती है। भारत में पांरपरिक रूप से अश्वगंधा का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार के लिए किया जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार
तनाव और चिंता के लक्षणों को दूर करने के लिए अश्वगंधा सबसे अधिक फायदेमंद साबित होता है। बाजारों में आसानी से अश्वगंधा की दवा, चूर्ण व कैप्सूल आदि मिल जाते है। अश्वगंधा में बहुत तरह के औषधीय गुण होते है। जो बीमारियों से बचाने में सहायता करता है। चलिए अश्वगंधा ( के फायदे के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त करते है।
अश्वगंधा क्या है
अश्वगंधा के फायदे
अश्वगंधा के नुकसान क्या है
अश्वगंधा क्या है
अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है। जो आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में उपयोग किया जाता है। अश्वगंधा में कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते है। यह गुण शरीर में
कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रण करता है। जिससे हृदय सम्बंधित विकार होने की संभावना नहीं रहती है।
अश्वगंधा के फायदे क्या है
हृदय के लिए :- अश्वगंधा में कई तरह एंटीऑक्सीडेंट होते है। जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। जिससे हृदय का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। हृदय में विकार होने की संभावना कम हो जाती है।
कैंसर में :-
कैंसर एक तरह की खतरनाक बीमारी होती है। अश्वगंधा में ऐसे औषधीय गुण होते है।
ट्यूमर को बनने से रोकते है। शरीर को कैंसर रोग से बचाने में सहायता करता है।
थायराइड के लिए :-
थायराइड में अश्वगंधा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह थायराइड ग्रंथि को उत्तेजित करने में फायदेमंद रहता है। रोजाना लगाने से थायराइड में आराम मिलेगा।
तनाव दूर करने में :-
व्यक्ति हमेशा किसी ना किसी बात को लेकर तनाव में घिरा हुआ रहता है। तनाव को दूर करने के लिए अश्वगंधा बहुत फायदेमंद रहता है। इसका चूर्ण का सेवन करना चाहिए वो भी चिकिस्तक की सलाह के बाद।
इम्युनिटी के लिए :- शरीर के लिए इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होना बहुत जरुरी होता है। अश्वगंधा में ऐसे गुण होते है। जो शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाने का काम करते है। जिससे सर्दी-खांसी की समस्या जल्दी नहीं होती है।
मोतियाबिंद में :- आंखो के लिए अश्वगंधा बहुत होता है। वैज्ञानिको ने अपने शोध में बताया है अश्वगंधा में मोतियाबिंद रोग से लड़ने की शक्ति होती है। अपने चिकिस्तक से परामर्श जरूर करें।
त्वचा के लिए :- त्वचा सम्बंधित समस्याओं को दूर करने लिए अश्वगंधा का उपयोग अधिक फायदेमंद रहता है। यह त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता है। जिससे त्वचा में जान सी पड़ जाती है। रूखी त्वचा नहीं होती है।
बालो के लिए :- बालो की गिरती समस्या को दूर करने के लिए अश्वगंधा बहुत महत्वपूर्ण जड़ी बूटी मानी जाती है। यह मेलेनिन की हानि से बालो को बचाता है। बालो की जड़ो को मजबूत करता है। बालो की गिरने की समस्या कम हो जाती है।
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अश्वगंधा के नुकसान क्या है
अश्वगंधा के फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते है।
बीपी से ग्रस्त लोगो को अश्वगंधा का सेवन करने से पहले डॉक्टरसे बात कर लेनी चाहिए। इसके अलावा जिन लोगो को लो बीपी है उनको इसका सेवन करने से परहेज करे।
अश्वगंधा का अधिक सेवन करने से पेट में दर्द व डायरिया जैसी समस्या होने लगती है।
अश्वगंधा अनिद्रा दूर करने में फायदेमंद होता है। लेकिन अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने सेहत को हानि हो सकती है।
अश्वगंधा का सही मात्रा में उपयोग ना करने से व्यक्ति को उल्टी, जी मिचलाने जैसी समस्या होने लगती है।
यदि मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति डायबिटीज की गोली का सेवन कर रहा है। तो उन व्यक्तियों अश्वगंधा का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। यह शरीर में रक्त स्तर को नीचे कर देता है।
अश्वगंधा का अधिक सेवन करने व्यक्ति को बुखार, थकावट, दर्द की समस्या होने लगती है।
अश्वगंधा का सेवन करने से स्वास्थ्य में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो रही है। तो तुरंत जनरल फिजिशिय चिकिस्तक से परामर्श जरूर करें।
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